नासिक । देश की विमानन और रक्षा आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में शुक्रवार का दिन एतिहासिक होने जा रहा है जब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की तरफ से बनाया गया तेजस एलसीए मार्क 1ए लड़ाकू विमान पहली बार उड़ान भरेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आज महाराष्ट्र के नासिक में तेजस एलसीए मार्क 1ए लड़ाकू विमान पहली बार उड़ान भरेगा। तेजस मार्क-1ए की पहली उड़ान देश की वैज्ञानिक उपलब्धि के साथ देश की रणनीतिक आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर है।

एचएएल का बनाया तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान आज नासिक में पहली उड़ान भरेगा। स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए मार्क-1ए भारतीय वायुसेना की क्षमता को और मजबूत करते हुए मिग-21 का स्थान लेंगे। वायुसेना ने पिछले महीने 26 सितंबर को मिग-21 को अपने बेड़े से सेवानिवृत्त किया है। हालांकि इसे वायुसेना में शामिल करने की औपचारिक घोषणा फिलहाल नहीं हुई है लेकिन एचएएल का कहना है कि बहुत जल्द इसे भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा।

खास बात यह है कि तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान, तेजस लड़ाकू विमान का एडवांस वर्जन है और इसकी रफ्तार 2200 किमी से भी अधिक है। इसे ब्रह्मोस समेत विभिन्न स्वदेशी हथियारों से लैस किया जाएगा। इसमें अपग्रेडेड एवियॉनिक्स और रडार सिस्टम हैं।



HAL's first LCA Tejas Mark 1A aircraft to be handed over to Indian Air  Force in Nashik on Friday

इसकी अन्य खासियतों पर नजर डालें तो यह हर मौसम, दिन-रात और हर तरह के ऑपरेशन में एक साथ कई लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। यह स्वदेशी तकनीक से बना विदेशी निर्भरता से मुक्त है।